रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि वन विभाग के 7000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बीते कई दिनों से हड़ताल पर है और हड़ताल के दौरान धरना स्थल पर तबीयत खराब होने के कारण वन डिपो में कार्य करने वाले अनिल कुमार कटघोरा एवं फील्ड में कार्य करने वाले घनश्याम प्रधान मैनपुर की मौत हो गई है। सरकार दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों को तत्काल नौकरी दे और दैनिक वेतन भोगियों की मांगों को पूरा करें। वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को 8-9 माह से वेतन नहीं मिला है। डिपो में सुरक्षा श्रमिकों से 24 घंटा ड्यूटी कराई जा रही है। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की छटनी की जा रही है। कांग्रेस की सरकार ने दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारियों के लिए 4000 रु. श्रम सम्मान शरू किया था और 280 करोड़ रुपए बजट में प्रावधान किया था, दुर्भाग्य की बात है भाजपा की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ के 500 कर्मचारी और छत्तीसगढ़ राज्य वन विभाग निगम के 600 कर्मचारियों को श्रम सम्मान राशि नहीं दी जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने मोदी की गारंटी बता कर अनियमित कर्मचारियों को भाजपा की सरकार बनने पर 100 दिन के भीतर नियमित करने का वादा किया था। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बने आठ माह से ज्यादा हो गया है लेकिन अनियमित कर्मचारियों से किये वादा को पूरा करने की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है। नियमित करने के बजाय उनकी छटनी की जा रही है। सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है और हड़ताल खत्म करने इन पर दबाव डाला जा रहा है। आंदोलनरत कर्मचारियों को डराया जा रहा है, नौकरी से निकलने की धमकी दी जा रही है। कांग्रेस पार्टी सरकार से मांग करती है अनियमित कर्मचारियों से किये वादा को पूरा करें। कर्मचारियों की छटनी बंद करें। कर्मचारियों को समय पर वेतन दें। लंबित वेतन का तत्काल भुगतान करें।