CG NEWS : रायपुर | छत्तीसगढ़ में कफ सिरप बैन करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से पूछा सरकारी अस्पतालों में मरीज को दी जाने वाली अनेक प्रकार की दवाईयां अमानक पाई गई है। इन अमानक दवाईयां के चलते मरीज को मासूम बच्चों को कई प्रकार से परेशानियों का सामना करना पड़ा है उनकी जान खतरे में आई है इसके लिए जिम्मेदार कौन है? जब अमानक मानकर दवाईयो को अब प्रतिबंध लगाया जा रहा है ऐसे में सवाल उठता है, कि इन अमानक दवाईयो की खरीदी क्योंकि गई? दवाई की खरीदी करते समय क्या उनकी गुणवत्ता की जांच क्यों नहीं की गई थी? सिर्फ भ्रष्टाचार, कमीशन खोरी के लिये आंख बंद करके नियम कायदे को ताक पर रखकर दवाईयां की खरीदी की गई है?इसकी जांच होनी चाहिए दवा खरीदी में शामिल लोगों के ऊपर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए? स्वास्थ्य मंत्री अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि अंबेडकर अस्पताल, डीके सुपरस्पेशलिटी से लेकर जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मोबाईल चिकित्सा यूनिट आंगनबाड़ी केंद्र एवं मितानिनों के द्वारा गर्भवती महिला एवं बच्चों को दवाईयां दी जा रही है वह सारे अमानक पाये जा रहे हैं। दवा वितरण करने के बाद उन दवाइयों को अमानक मानकर प्रतिबंधित किया जा रहा है यह तो घोर लापरवाही है, जो मरीज उन दवाईयों का उपयोग कर चुके हैं उनके स्वास्थ्य में जो समस्या खड़ी हुई है उनके लिए जिम्मेदार कौन है? छोटे बच्चों को 14 महीने से क्रीमी की दवाई दी जा रही है उसे अमानक मान कर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। 14 महीने से जिन बच्चों को दवाइयां दी गई है उनके स्वास्थ्य में जो खराबी आई है उसके लिए जिम्मेदार कौन है? सरकारी अस्पताल में ग्लूकोज की बोतल चढ़ाने पर तबीयत खराब हो जा रहा है, फफूंद लगी दवाईयां दी जा रही है, पेरासिटामोल टैबलेट, सर्जिकल ब्लेड, फिनाइटोइन इंजेक्शन, हेपरिन इंजेक्शन, सेफिट्रएक्सोन पाऊडर फॉर इंजेक्शन, प्रमोडल 50 एमजी, प्रोटिमिन इंजेक्शन, ग्लूकोज ड्रिप, एल्बेंडाजोल टेबलेट, प्रेग्नेंसी किट सहित कई दवाईयां अमानक है इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार के लापरवाही के चलते अमानक दवाईयां के कारण मरीज को जो नुकसान हुआ है सरकार उन्हें मुआवजा दे? सरकार यह सुनिश्चित करें की स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मरीज को वितरित की जाने वाली दवाइयां पूर्णत सुरक्षित और तय मानकों को पूरा करने वाला हो? जिन कंपनियों की दवाईयां अमानक पाई गई है उनके खिलाफ अपराध पंजीबद हो दवा सप्लाई करने वाले एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड किया जाए दवा खरीदी में शामिल अधिकारियों को पर भी कड़ी कार्रवाई हो।










