रायपुर, विवाह हर किसी युवा के जीवन का सपना होता है जिसे पूरा करने वह समय वह खर्च की परवाह किए बगैर अपने मनपसंद भावी जीवन साथी की तलाश में भटकता है लेकिन जब एक ही छत के नीचे सैकड़ो प्रतिभागियों के बीच नजर जाती है तो रिश्ते जुड़ने में देर नहीं लगती। ऐसी ही नजारा रविवार को राजधानी के “शहीद स्मारक भवन” में देखने को मिला जहां गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी की ओर से आयोजित राष्ट्र स्तरीय सतनामी युवक -युवती परिचय सम्मेलन में छ.ग. सहित कई राज्यों से आए 1338 नवयुगल प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर अपने लिए भावी जीवन साथी पसंद किया।
265 परिजनों के बीच रिश्तों की बात आगे बढ़ी
आयोजन समिति अध्यक्ष के.पी. खण्डे एवं प्रवक्ता चेतन चंदेल ने बताया कि खचाखच भरे हाल में अपनी बायोडाटा प्रस्तुत करने के बाद आपसी वार्तालाप व महिला टीम द्वारा कराए गए काउंसलिंग तथा आयोजन कमेटी की ओर से विशेषकर युवतियों के परिजनों को सरकारी नौकरी की चाह में उम्र न बढ़ाने की अपील के बाद 265 से भी अधिक परिजनो के बीच रिश्तों की बातचीत आगे बढ़ गई है।
लाइव प्रसारण का मिला लाभ
कार्यक्रम का प्रसारण पहली बार एलईडी. बड़े स्क्रीन के साथ फेसबुक लिंक के माध्यम से पूरे देश भर में समाज के लोगों को सीधे लाइव दिखाकर रिश्ते तय करने की पहल की गई जिसका फायदा मिला। ऑस्ट्रेलिया, दुबई, हांगकांग,बाली जैसे कई सौ किलोमीटर दूर बैठकर रिश्तो की बाट जोह रहे है परिजनों ने मंच में परिचय दे रहे प्रतिभागियों की बायोडाटा व मोबाइल नंबर नोट कर संपर्क साध रहे थे।
मेगा स्वास्थ्य शिविर में हजारों लोग हुए लाभान्वित
कार्यक्रम में राजश्री सद्भावना समिति की ओर से नि:शुल्क मेगा स्वास्थ्य स्वास्थ्य शिविर लगाई गई जहां दो दर्जन से भी अधिक समाज के वरिष्ठ विषय विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा प्रतिभागियों तथा उनके हजारों परिजनों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें परामर्श के साथ चिकित्सीय लाभ पहुंचाया।
अतिथियों ने दिया आशीर्वाद
समाज के आमंत्रण पर कार्यक्रम में पधारे पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, आईजी. श्री रतनलाल डांगी, डीआईजी. श्री एम.आर.आहिरे सहित सभी वरिष्ठजनो ने विवाह के लिए रिश्ता तय करने आए युवक -युवतियो को बधाई देते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।
इस पूरे आयोजन में संरक्षक शकुन डहरिया, अध्यक्ष के.पी. खण्डे, डॉ. जे.आर. सोनी,डी.एस.पात्रे, सुंदरलाल जोगी, चेतन चंदेल, चंपादेवी गेंदले, अमरौतिन भतपहरी, आशा पात्रे,आर. के. पाटले, पं. अंजोर दास बंजारे, प्रकाश बंदे, टिकेंद्र बघेल, सुखनंदन बंजारे, मनीष कोसरिया, लाला पुरेना,कृपाराम चतुर्वेदी, घासीदास कोसले, मानसिंह गिलहरे, आसाराम लहरे, संतोष महिलांग, सुभाष कुर्रे, बाबा डहरिया, मन्नूलाल चेलक, महेश सोनवानी,महिलाओं में गिरिजा पाटले, धनेश्वरी डांडे,डा. दुर्गा राय, संगीता बालकिशोर, ममता कुर्रे, सुनंदा बघेल, सरस्वती राघव, संगीता पाटले द्रौपदी जोशी सहित हजारों लोग उपस्थित थे।