सतनामी समाज की गुरुमाता स्व. मिनीमाता जी की 52 वी. पुण्यतिथि पर राजधानी में 11अगस्त यानि की आज “स्मृति दिवस व प्रतिभा सम्मान समारोह” का आयोजन होगा। जिसमे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री मान. डॉ. शिवकुमार डहरिया होंगे, अध्यक्षता बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राण लहरे करेंगी। विशिष्ट अतिथि राजश्री सद्भावना समिति की अध्यक्ष शकुन डहरिया होगी। यह आयोजन न्यू राजेंद्र नगर स्थित गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी भवन होगी
प्रथम महिला सांसद- ममतामयी मिनीमाता सतनामधर्म के इतिहास में स्वतंत्र भारत की प्रथम महिला सांसद थी। गुरूबाबा घासीदास जी के चैथे वंशज गुरू अगमदास जी महान देशभक्त थे मिनिमाता उनकी पे्ररणा से स्वाधिनता के आंदोलन,समाज सुधार व मानवों के उत्थान के कार्यो में बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।
सन् 1952 के लोक सभा उप चुनाव में, छत्तीसगढ (रायपुर) से #प्रथममहिलासांसद के रूप में चुन कर लोन सभा पहुंचीं और आजीवन (1952, 1957, 1962, 197 जांजगीर लोकसभा से सांसद रहीं । पूरे छत्तीसगढ का निरंत दौरा किया करती थीं ।
गुरुमाता मिनिमाता द्वारा राजनीति में रहते हुए किए गए महत्वपूर्ण कार्य…
- 1955 में छुआछूत निवारण कानून ।
- 1967 हसदो महानदी परियोजना ।
- 1962 भिलाई इस्पात संयंत्र स्थापना ।
- 1967 दहेज निवारण कानून ।
- 1961 छत्तीसगढ महाविद्यालय भिलाई ।
- मिनीमाता बॉगो बाध, बालको कोरबा, बैलाडिला बचेल किरंडुल के विस्तार आदि ।
- 11 अगस्त सन् 1972 में, आधी रात्रि में विमान दुर्घटना असामयिक निधन हो गया। तब से प्रति वर्ष 11 अगस्त को छत्तीसगढ में ” #मिनीमातास्मृतिदिवस ” का आयोजन मनाया जाता है।
माताजी का जीवन एवं कार्य को हम जितना अधिक प्रचारि करेंगे उतना ही अधिक छत्तीसगढ़ का वास्तविक पहचान दे दुनियां तक पहुंचेगा