आजकल छत्तीसगढ़ी फिल्मों को प्रीमियर में ही देखने वालों के चेहरे पर थोड़ी मायूसी नजर आ रही है, क्योंकि इन दिनों छत्तीसगढ़ी फिल्मों का पहला यानी प्रीमियर शो सुबह 9:00 बजे किया जा रहा है ताकि 12:00 बजे वाले शो का कलेक्शन प्रभावित न हो।
पहले 12:00 बजे प्रीमियर रखने से पहले शो का कलेक्शन प्रभावित होता था। इसके पूर्व भी छत्तीसगढ़ी फिल्म सुकवा का प्रीमियर सुबह 9:00 बजे रखा गया था वह भी कड़ाके की ठंड में। अब टीना टप्पर का प्रीमियर भी सुबह 9:00 बजे राज सिनेमा में रखा गया है।
लंबे समय बाद राज सिनेमा में लग रही है।

प्रभात और श्याम सिनेमा में प्रीमियर के दौरान जो धमाचौकड़ी होती है उसके वे आदि हैं लेकिन राज सिनेमा के लिए यह नयापन होगा। अगर संचालक ने सब कुछ सह लिया तो ठीक वरना?
वैसे भी टीना टप्पर में अमलेश नागेश है और उनके चाहने वालों की बड़ी संख्या है और वह सिनेमाघर पहुंचते भी हैं जो फिल्म को हिट कराते हैं, तो जाहिर है राज सिनेमा में वे आएंगे। अगर सुबह 6:00 बजे भी प्रीमियर होता तो भी वे आते।
बहरहाल सुबह 9:00 बजे प्रीमियर होने से दिक्कत सिर्फ दुर्ग, भिलाई और आसपास के कलाकारों को होती है क्योंकि वह इतनी सुबह पहुंच नहीं पाते हैं। और उनका अन्य कलाकारों से मिलना जुलना नहीं हो पाता।