रायपुर। मोहित साहू का जीवन संघर्ष और सफलता की अद्भुत मिसाल है। एक छोटे से गाँव में पले-बढ़े मोहित का सपना था कि वे एक दिन कुछ बड़ा करे….. और इसी विचार ने उन्हें फ़िल्म निर्माता बनने का रास्ता सुझाया…… लेकिन उनके पास न तो संसाधन थे, ना ही फ़िल्म निर्माण का अनुभव और न ही कोई गॉडफादर उनके पास था तो सिर्फ़ उनका जुनून, मेहनत और सपनों को हकीकत में बदलने का दृढ़ संकल्प
आर्थिक तंगी के कारण वो ज़्यादा पढ़ाई लिखाई नहीं कर सके बल्कि ख़ुद मेहनत मजदूरी कर के अपने आपको मजबूत बनाया वो कहते है ना कि जब आप किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे आपसे मिलाने की साजिश करने लगता है, यही उनके साथ हुआ आज वो एन माही फिल्म प्रोडक्शन के प्रधान है जहां लोग पढ़ लिख कर नहीं पहुंच पाते वहा वो अपने बुद्धि और दूरदर्शिता के कारण पहुंच गए फिर 04 मई 2018 का वो दिन जब उन्होंने अपने एन माही फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले मोर जोड़ीदार फ़िल्म शंखनाद किया, फ़िल्म औसत रही पर मोहित साहू एक शशक्त निर्माता के रूप में छालीवुड में अपनी पहचान बनाना शुरू कर चुके थे….
और साथ ही साथ उन्हें फ़िल्म बनाने की बारीकियों को समझने का मौका मिला, भले ही यह काम कठिन था, लेकिन अपने रचनात्मक विचारों के कारण उन्होंने इसे सीखने का एक सुनहरा अवसर माना, वे कैमरे के पीछे और आगे के हर छोटे पहलू को ध्यान से देखते और समझते दूसरी तरफ़ लगातार फ़िल्म निर्माण भी कर रहे थे, 7 साल तक अपने सपने के पिछे दौड़ते हुए आखिर उन्हें बड़ी सफलता मिलने लगी और लंबे इंतजार के बाद धीरे-धीरे उनका नाम इंडस्ट्री में फैलने लगा आज छत्तीसगढ़ी सिनेमा में मोहित साहू एक ऐसा नाम है जो ख़ुद सफलता की गारंटी है आपको अवतरण दिवस की बहुत बधाई आप दीर्घायु हो और सतत सफलता की ओर अग्रसर रहे यही हमारी प्रार्थना है।