मंदसौर में जनसुनवाई के दौरान एक बुजुर्ग लोट लगाते हुए अपनी गुहार लेकर पहुंचे थे। इसका एक वीडियो सामने आया है। कलेक्टर कार्यालय में लोट लगाकर जनसुनवाई कक्ष तक जा रहे बुजुर्ग सीतामऊ क्षेत्र के साखतली के किसान शंकरलाल पाटीदार हैं।
बता दें कि बुजुर्ग का कहना है कि वह 2010 से अपनी जमीन की लड़ाई लड़ रहा है पर कोई सुनवाई नहीं होती। वह 25 से ज्यादा बार जनसुनवाई में आवेदन दें चुका है। इतना ही नहीं वह राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तक को अपनी गुहार लगा चुका है उसके पास इसके प्रमाण भी मौजूद है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती।
पुश्तैनी जमीन कलेक्ट्रेट में पदस्थ बाबू ने बेटे के नाम करवाई
किसान शंकरलाल ने बताया कि सुरखेड़ा में उसकी कृषि भूमि सर्वे क्रमांक 604 रकबा 1.25 हेक्टर और सर्वे क्रमांक 625 रकबा 0.51 हेक्टर कुल रकबा 1.76 हेक्टर है। यानी कि कुल पौने 9 बीघा कृषि भूमि हैं। जिसे धोखे से कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू देशमुख ने अपने बेटे अश्विनी देशमुख के नाम करा ली है। इसके लिए वो 2010 में लड़ाई लड़ रहे हैं।
किसान का कहना है कि छलकपट कर जिन्होंने मेरी भूमि अपने नाम करवाई है वे अब यहां गुंडे बदमाशों के जरिए कब्जा करना चाहते हैं। पिछली बार भी कुछ लड़के आए थे मैंने पत्थर मार कर भगाया। बुजुर्ग ने उसकी हत्या की आशंका जताई है।
परिजनों ने जमीन बेचकर करवा दिया नामांतरण
वहीं मामले में सीतामऊ तहसीलदार मनोहरलाल वर्मा ने बताया कि आवेदक और इसके परिवार के लोगों की संयुक्त भूमि का मामला है। परिजनों ने उक्त भूमि को 2010 में बेच कर नामांतरण भी करवा दिया है। आवेदक बेची की हुई भूमि पर अपना कब्जा जता रहे