रायपुर, छत्तीसगढ़, – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मुख्य प्रवक्ता अधिवक्ता भगवानू नायक ने सरकार द्वारा साइंस कालेज चौपाटी को हटाने के निर्णय को जनभावनाओं के विपरीत और अविवेकपूर्ण निर्णय बताया ।
उन्होंने कहा राजधानी रायपुर एक महानगर के रूप में तेजी से विकास कर रहा है और देश के अन्य बड़े शहरों की तरह यहाँ सार्वजनिक स्थलों एवं मनोरंजन केंद्रों का होना अत्यंत आवश्यक है। रायपुर में गिनती के ही चौपाटी हैं, जिनमें साइंस कालेज चौपाटी एक प्रमुख स्थल है। यह चौपाटी शहर के एजुकेशन हब के केंद्र में स्थित है, जहाँ आस-पास यूनिवर्सिटी, एनआईटी, साइंस कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान हैं। इस कारण यह स्थान छात्र-छात्राओं के लिए एक सुविधाजनक और लोकप्रिय मिलन-स्थल बना हुआ था।
उन्होंने कहा कि इस चौपाटी का लाभ न केवल छात्रों बल्कि पूरे रायपुर शहर के लोग उठाते थे। शाम के समय यहाँ का नजारा और माहौल लोगों के आकर्षण का केंद्र होता था। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस सार्वजनिक परियोजना पर लगभग 5 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था, जिसे अब वर्तमान सरकार द्वारा बिना किसी ठोस कारण के उजाड़ा जा रहा है। यह कदम जनता की भावनाओं और हितों को अनदेखा करने के समान है।
उन्होंने इस बात पर गहरी चिंता जताई कि इस चौपाटी के कारण कई लोगों को रोजगार प्राप्त था, जो अब छिनने जा रहा है। वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में रोजगार का सृजन एक बड़ी चुनौती है, ऐसे में एक स्थापित और शांतिपूर्ण व्यवस्था को उजाड़ना गैर-जिम्मेदराना और अनुचित है।
उन्होंने सरकार से माँग किया है जनभावना का सम्मान करते हुए इस गलत निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए और जनहित में साइंस कालेज चौपाटी को हटाने के निर्णय को वापस लेना चाहिए।










