BREAKING

छत्तीसगढ़

प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था सरकार दे इस्तीफा – कांग्रेस

रायपुर/ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वरिष्ठ नेता गण, विधायक, बलौदाबाजार के कलेक्टर और एसपी कार्यालय का निरीक्षण करने गये। जलाये गये जिलाधीश कार्यालय और एसपी कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद कांग्रेस नेताओं ने बलौदाबाजार के प्रभावितों, सतनामी समाज के लोगों, चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधिमंडल तथा सर्व समाज के लोगों से भी मुलाकात किया तथा घटनाक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी लिया। लोगों ने बताया कि यदि सरकार सतर्कता बरतती तो यह घटना रोकी जा सकती थी। प्रदेश भर से तथा प्रदेश के बाहर से भी लोग आये थे। रैली जहां से शुरू हुई थी वहीं से उपद्रव शुरू हो गया था लेकिन प्रशासन से भीड़ को नियंत्रित करने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

लोगों से मिलने के बाद कांग्रेस भवन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पत्रकारों को संबोधित भी किया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा को सीबीआई जांच पर बहुत ज्यादा भरोसा है। सतनामी समाज के लोग घटना सीबीआई जांच की मांग कर रहे है। सरकार ने अनेको मामलों की सीबीआई जांच करवाया है। इस मामले की जांच कराने में क्या दिक्कत है? किसको बचाने के लिये सरकार सीबीआई जांच से घबरा रही है। सरकार सतर्कता और सावधानी बरतती तो इतनी बड़ी घटना घटित नहीं होती। बलौदाबाजार में जिलाधीश एवं पुलिस अधिक्षक कार्यालय के साथ सैकड़ो वाहनों को जलाये जाने की घटना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा से सरकार नहीं संभल रही है।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने बलौदाबाजार की घटना की तुलना मणिपुर से करते हुए कहा कि जहां जहां भाजपा की सरकार है उन प्रदेशो में ला एंड ऑर्डर नाम की कोई चीज ही नही होती।


उन्होंने पुलिस की कार्यवाही पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि सतनामी समाज के बहुत से लोग इस घटना के बाद लापता है उनके घरवाले भी नही जानते वो कहा है पुलिस विभाग दोषियों पर कानून सम्मत कड़ी कार्यवाही करे किंतु बर्बरता पूर्वक मारपीट के जो फ़ोटो और वीडियो आ रहे है वो भयावह है। साथ ही जिनकी गिरफ्तारी हुई उनके नाम बताये जाने चाहिए। प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है और अब अपनी नाकामी को छुपाने के लिये असली अपराधियो को छोड़ निर्दोष लोगों पर कार्यवाही कर रही है। घटना के दिन से गायब 250 लोग कहां है सरकार बतायें?

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा एक महीने पहले घटना हुई थी दोषियों पर कार्यवाही क्यों नहीं की गयी? समाज के लोगों के साथ बैठकर समाधान क्यों नहीं निकाला गया? देश के इतिहास में संभवतः ऐसा पहली बार हुआ है कि एसपी एवं कलेक्टर के कार्यालय को भीड़ ने जला दिया। कलेक्टर एवं एसपी को पीछे के दरवाजे से भागना पड़ा हो। यह घटना सरकार के एंटलीजेंस फेलीयर का परिणाम है। घटना के बाद लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है जो लोग किन्हीं अन्य कारणों से बलौदाबाजार घूमने आये थे उनको अपराधी बनाया जा रहा। अनेकों लोग लापता है अभी तक पुलिस गिरफ्तार लोगों की सूची सार्वजनिक नहीं कर रही है। नागपुर से भी बड़ी संख्या में लोग रैली में शामिल होने आये थे वे कौन लोग थे? उनके बारे में पुलिस क्यों मौन है? यह घटना सरकार की बड़ी विफलता है। मुख्यमंत्री तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें। राज्यपाल बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण राज्य सरकार को भंग करें।

यह सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है। जिन अधिकारियों के ऊपर जिले में कानून व्यवस्था कायम रखने की जिम्मेदारी होती है जिन्हें सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करने की जिम्मेदारी होती है वही लोग आगजनी और तोड़फोड़ के दौरान पीछे के दरवाजे से निकल जाये ऐसा पहले नही देखा गया धरना स्थल और कलेक्ट्रेट परिसर की दूरी मात्र 2 किलोमीटर है और जब भीड़ का दबाव इतना ज्यादा बढ़ रहा था तो पुलिस बल बढ़ाने के बजाए इनलोगो ने पलायन करने का रास्ता चुना स्थानीय लोगो ने बताया कि बड़ी संख्या में महाराष्ट्र प्रदेश की गाड़ियां आई थी उपद्रवी लोग अपने साथ लाठी डंडे और पत्थर लेकर आये ये इस सरकार के इंटेलिजेंस की बड़ी विफलता है।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि साय सरकार की अकर्मण्यता के चलते ही बलौदाबाजार में कानून व्यवस्था बिगड़ी है। यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्यवाही की गई होती और आहत समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं होती। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसे विध्वंसक प्रतिक्रिया नहीं होती। मुख्यमंत्री अपने पद से इस्तीफा दें। सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है ऐसी सरकार से हम इस्तीफा की मांग करते है साथ ही इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग करते है।

वरिष्ठ कांगेस नेतागण धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, विधायकगण कवासी लखमा, उमेश पटेल, लखेश्वर बघेल, अनिला भेड़िया, संगीता सिन्हा, हर्षिता बघेल, उत्तरी जांगड़े, द्वारिकाधीश यादव, शेषराज हरबंश, अटल श्रीवास्तव, ओंकार साहू, इंद्र साव, संदीप साहू, कुवर सिंह निषाद, भोलाराम साहू, कविता प्राणलहरे, दिलीप लहरिया, अंबिका मरकाम, विद्यावती सिदार, सावित्री मंडावी, देवेन्द्र यादव, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गेदू, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, पूर्व विधायकगण गुरूमुख सिंह होरा, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत भुवनेश्वर बघेल, रश्मि सिंह, प्रतिमा चंद्राकर, निर्मल कोसरे वार रूम अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, कांग्रेस नेता महेन्द्र छाबड़ा, प्रदेश कांग्रेस महामंत्रीगण सुबोध हरितवाल, दीपक दुबे, दीपक मिश्रा, कन्हैया अग्रवाल, सुरेन्द्र शर्मा, राजेन्द्र शुक्ला, विद्याभूषण शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष पी.आर. खुंटे, प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, शिव सिंह ठाकुर, अभय नारायण प्रमोद नायक जिला अध्यक्ष गण हितेन्द्र ठाकुर, गिरीश दुबे, उधोराम वर्मा, पदम कोठारी सहित कांग्रेसजन उपस्थित थे।

Related Posts