रायपुर. कांग्रेस ने प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या की तरफ राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करने गौ सत्याग्रह किया। आज प्रदेश के सभी जिलों और ब्लाकों में कांग्रेसजनों ने आवारा पशुओं को हंकाल कर सरकारी कार्यालयों में छोड़ा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद से प्रदेश में गौवंश बदहाल है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के द्वारा संचालित गोधन न्याय योजना को बंद करके गौवंशी पशुओं को सड़क पर बेमौत मरने छोड़ दिया है। एक तरफ जहां किसान खुली चराई से परेशान हैं, वही सड़कों में दुर्घटनाएं बढ़ गई है। भाजपा की सरकार में गाय, भैंस के साथ जनता भी सड़कों पर बेमौत मरने मजबूर हैं। प्रदेश भर में हो रही गायों की मौत तथा खुले मवेशियो के कारण सड़को में हो रही दुर्घटनाये आवारा मवेशियो से खेतो की चराई पूरे प्रदेश में एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है। इस विकराल समस्या के तरफ कांग्रेस पार्टी ने हमारे नेताओं ने मीडिया ने भी सरकार का ध्यान अनेको बार आप आकृष्ट किया हैं, लेकिन सरकार लापरवाह बनी हुई है। इसीलिये आज प्रदेश भर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आवारा पशुओं को प्रतीकात्मक रूप से सरकारी कार्यालयों में छोड़ा। सरकार इस गंभीर समस्या का ठोस समाधान नहीं करेगी तो इस आंदोलन को और आगे बढ़ाया जायेगा।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत बिलासपुर में गौ सत्याग्रह में शामिल हुये। उन्होंने कहा कि खुला मवेशी ये बड़ी समस्या है इसके निदान के लिये जब हम लोग सरकार में थे तो गोठान का निर्माण किया था। इसका मुख्य उद्देश्य फसल को बचाना और दूसरा गौवंश को बचाना और उसकी सेवा करना, दो उद्देश्य थे इसको लेकर गौठान की शुरूआत हुई थी, लगभग 10 हजार गौठान बनाये थे जिसमें 7 हजार गौठान स्वावलंबी हो चुके थे। लेकिन जो वर्तमान सरकार है उन्होने बिना सोचे गोठान संचालन बंद कर दिया। एक तरफ किसान फसल बचाने के लिये मजबूर है तो दूसरी तरफ छुट्टे जानवर है वो सड़को पर दिखाई दे रहे है। रोज एक्सीडेंट हो रहा है राष्ट्रीय मार्ग में हो रहा है, प्रदेश के मार्ग में हो रहा है, गांव में हो रहा है। किसी भी गांव जायेंगे तो 50-60 जानवर बैठे मिलेंगे। एक तरफ फसल बचाना और दूसरी तरफ रोड एक्सीडेंट से जान माल दोनों की नुकसान हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन में गौ-सत्याग्रह में शामिल हुये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने पूरे प्रदेश में 10 हजार से अधिक गोठान बनाकर गायों को गांव में एक जगह रोकने तथा चारा पानी की व्यवस्था किया था। हमारी सरकार ने रोका छेका कार्यक्रम चला कर चराई की समस्या का भी समाधान खोजा था। दुर्भाग्यजनक है कि बिना ठोस समाधान के भाजपा सरकार ने गोठानों को बंद कर दिया। रोका छेका बंद कर दिया, जिससे गाय सड़क पर मर रही है। पशुओं के सड़क पर आने से दुर्घटना हो रही। किसान भी परेशान है। सरकार लापरवाह बनी है। आज स्थिति ये है सरकार की हठधर्मिता से एक तो फसल बचाना मुश्किल हो गया है एक तो किसान आपस में झगड़ा शुरू करेंगे और दूसरा और सड़कों पर दुर्घटनायें बढ़ी है और तीसरा पशु है। तस्कर पशु को ट्रकों में भरकर बार्डर में ले जा रहे है बेच रहे है बहुत धड़ल्ले से काम हो रहा है। अभी सुना है जशपुर जिले में कुछ गाड़ियां पकड़ी गयी है। लेकिन आपको याद होगा जब हम गोठान शुरू किये थे उस समय तस्करी की बात सुनाई नहीं दी थी। आज जो तस्करी हो रही है उसके पीछे गोठान बंद होना है। किसान आम आदमी सभी परेशान है व्यवस्था बदलने से। अब बरसात के फसल और रबी फसल बचाने में मुश्किल हो रही है।