KHEL JAGAT : रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे CCPL (Chhattisgarh Cricket Premier League) के मुकाबलों को लेकर लाखों रुपये का प्रचार-प्रसार किया गया, बैनर-पोस्टर से लेकर सोशल मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस तक का सहारा लिया गया, लेकिन इसके बावजूद मैदान में दर्शकों की संख्या उम्मीद से काफी कम रही।
मैचों के दौरान स्टेडियम की अधिकांश सीटें खाली दिखीं, जिससे आयोजकों की तैयारियों पर सवाल खड़े होने लगे हैं। आयोजक समिति ने इस लीग को राज्य के क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा मंच बताया था, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट दिखाई दी।
क्या हैं कम भीड़ के पीछे के कारण?
विशेषज्ञों और खेल प्रेमियों के अनुसार, भीड़ की कमी के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
मैचों का समय दोपहर की गर्मी में रखा गया,
मैदान तक पहुंचने में असुविधा और टिकट वितरण में पारदर्शिता की कमी,
प्रचार तो बहुत हुआ, लेकिन जनता से संवाद नहीं हो पाया,
और सबसे बड़ी बात – इस लीग में कोई बड़ा नाम या लोकप्रिय चेहरा नहीं दिखा, जिससे आम लोग आकर्षित नहीं हो पाए।
दर्शकों की राय
स्टेडियम के बाहर मिले कुछ दर्शकों ने कहा कि “मैच अच्छा है, लेकिन मैदान में माहौल नहीं है। कोई स्टार खिलाड़ी होते तो मज़ा आता।”
वहीं कुछ छात्रों ने कहा – “हमें टिकट की कोई जानकारी नहीं मिली, स्कूल-कॉलेज में इसकी सूचना ही नहीं पहुंची।”
अब आयोजकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आने वाले मुकाबलों में भीड़ कैसे जुटाई जाए।
सूत्रों के अनुसार, आयोजक टीम अब स्थानीय स्कूल-कॉलेज से संपर्क कर छात्रों को विशेष निमंत्रण देने की योजना बना रही है, साथ ही कुछ मनोरंजन कार्यक्रम भी जोड़े जा सकते हैं।
राज्य में खेल को बढ़ावा देने के ऐसे प्रयास सराहनीय हैं, लेकिन जब जनता ही नहीं जुड़ती तो आयोजन का उद्देश्य अधूरा रह जाता है। ज़रूरत है प्रचार से ज्यादा जन-संवाद की, ताकि मैदान भी तालियों से गूंज सके।