आम आदमी पार्टी ने आज अरविंद केजरीवाल की सी बी आई द्वारा पुनः गिरफ्तारी को लेकर भाजपा कार्यालय के घेराव का राष्ट्रीय विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी जिसे लेकर छत्तीसगढ़ इकाई ने भी इसका जोरदार प्रदर्शन किया ।
पार्टी ने भाजपा कार्यालय के पास की जगह पर जिला प्रशासन से अनुमति मांगी गई थी लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नही दी बाउजूद इसके आप के नेता बूढ़ापारा धरना स्थल से इस विरोध प्रदर्शन को निकाल कर आक्रोश व्यक्त किया ।
इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों व पुलिस के बीच भारी जोर आजमाइश हुई आप के पदाधिकारियों द्वारा बार बार भाजपा कार्यालय तक जाने की मांग करते रहे लेकिन पुलिस ने भारी बल प्रयोग कर उन्हें सप्रे शाला मैदान के आगे ही रोक दिया।
प्रदेश महासचिव वदूद आलम का कहना है कि यह तानाशाही की पराकाष्ठा है अरविंद जी कोर्ट ने बेल दे दिया था लेकिन ईडी ने हाइकोर्ट जा कर कहा कि हमे सुना नही गया जबकि 6 घंटे तक इस मामले में ईडी की दलील निचली अदालत ने सुनी इस तरह का यह पहला मामला है जिसमे दिल्ली के चुने हुए मुख्यमंत्री के साथ इस तरह बर्ताव हो रहा है छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार भी हमे इस आंदोलन को करने रोक रही है
देश मे अब आंदोलन करने का अधिकार भी वह हमसे छीनना चाहती है और जिस तरह से केंद्र के इसारो पर ई डी व सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है जो बेहद गलत है भाजपा अगर आम आदमी पार्टी को ख़त्म करने के उद्देश्य से काम रही है मोदी सरकार मुगालते में है आज जिस तरह से विपरीत परिस्थितियों के बाउजूद अरविंद जी को रिहा करने के लिए छत्तीसगढ़ क्रन्तिकारी सुकमा बीजापुर राजनांदगांव, दुर्ग,भिलाई अम्बिकापुर रायपुर बिलासपुर से अपने खर्चे से इस विरोध प्रदर्शन शामिल हुए जो अन्य पार्टियों में आपको देखने नही मिलेगा भजपा मुगालते में है कि वो हमें खत्म कर देगी लेकिन ऐसा होगा नही।
भाजपा सरकार द्वारा किये जा रहे इस इस कार्य को दिल्ली की जनता देख रही है कि किस तरह से दिल्ली के जन लोकप्रिय नेता अरविंद केजरीवाल जी को झूठे केश में फसाया गया व उन्हें व पार्टी को बदनाम करने की नाकाम कोसिस कर रहे है ।
एक दिन जरूर न्याय होगा व केजरीवाल जी को ये रोक नही पाएंगे इनके पास कोई सबूत नही है ये कोर्ट को गुमराह कर रहे जिस दिन सच सामने आएगा उस दिन देश की जनता भाजपा के षणयंत्र को अपने आंखों से देखेगी जल्द ही सब कुछ जनता सामने आने वाला है।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से पार्टी पदाधिकारियों सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल जिनमे गोपाल साहू ,सूरज उपाध्याय,उत्तम जायसवाल,जसवीर सिंग,प्रियंका शुक्ला,विजय गुरुभक्षणि अरुण नायर,अनुषा जोसेफ, के ज्योंति, समीर खान नंदन सिंग ,पवन चंद्रवंदी,पवन सक्सेना एम एम हैदरी कलावती मार्को वीरेंद्र पवार,लुक्षमन सेन ,देवलाल नरेटी,विजय झा सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।