आखिरकार युक्तियुक्तकरण को लेकर सरकार को कदम पीछे खीचने पड़ गये हैं। युक्तियुक्तकरण का प्रक्रिया रद्द कर दी गयी है। हालांकि ये प्रक्रिया शुरू होगी या संशोधन के साथ होगी या नहीं ही होगी, उसे लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है, लेकिन स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल तो युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया नहीं ही हो रही है। शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय संचालक मनीष मिश्रा ने कहा है कि युक्तियुक्तरण को रद्द करने का फैसला सरकार ने लिया है, हम उसका स्वागत करते हैं। कौशल अवस्थी ने कहा कि शिक्षक मोर्चा ने युक्तियुक्तरण के तीखे विरोध की रणनीति तैयार की थी, अगर सरकार ने निर्णय नहीं लिया होता, तो हम निश्चित ही प्रदेश स्तर पर जोरदार आंदोलन को बाध्य होते।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने युक्तियुक्तकरण की मांग को लेकर 9 सिंतबर को सामूहिक हड़ताल का ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद सरकार स्तर पर हड़कंप था। बसंत कौशिक ने कहा कि संघर्ष मोर्चा के तीखे तेवर के बाद ही शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हुए। मोर्चा के उग्र तेवर को देख चर्चा के लिए शिक्षक संगठनों को आमंत्रित किया। दो दौर के बैठक में उठाए गए मुद्दों पर शिक्षा सचिव भी कोई जवाब नहीं दे पाए। मोर्चा के तेवर के बाद विभाग भी मान चुका था, कि अगर इस दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया गया, तो उग्र आंदोलन होगा।
बैठक के दौरान मोर्चा ने विसंगतिपूर्ण एवं अव्यवहारिक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का बहुत ही तर्कसंगत ढंग से शासन,प्रशासन के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए विरोध दर्ज किया था। जिसके चलते युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को शासन को वापस लेना पड़ा । राजू टंडन ने कहा कि सरकार ने शिक्षक हित में अगर ये निर्णय लिया है, तो ये संतोष की बात है। हम सरकार से अपील करते हैं कि जिस तरह के युक्तियुक्तरण के मुद्दे पर शिक्षकों की नाराजगी को सरकार ने समझा है, उसी तरह से वेतन विसंगति को लेकर भी नाराजगी को समझे और जल्द मोदी की गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर करे। शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षक की स्कूलों में पदोन्नति एवं स्थानांतरण से शिक्षकों की व्यवस्था करें संघर्ष मोर्चा इसके लिए सहयोग करेगा। आज शासन द्वारा युक्त करण का स्थगित करने एवं उपरोक्त मांगों को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन के सभी साथियों बसंत कौशिक, , सीडी भट्ट,कौशल अवस्थी सिराज बक्स ,सुरजीत चौहान रंजीत बनर्जी आदित्य गौरव साहू पुरुषोत्तम घाङी कृष्णा वर्मा टिकेश्वर भोई ईस्वर चन्द्राकर,,अश्वनी कुर्रे ,संकीर्तनंद ,राजकुमार यादव, शेषनाथ पांडे, राजू टंडन ,दिलीप लहरे, खिलेश्वरी शांडिल्य, रिता भगत ,तरुण वैष्णव, देवराज खुटे, महेश शेट्टी, राजेश प्रधान ,रामनरेश अजगल्ले अभिजीत तिवारी ,हूलेश चंद्राकर बलराम यादव ,उमा पांडे , रामकृष्ण साहू ,राजाराम पटेल ,राजेश्वर लोनिया, अवनीश पात्र ,केसरी पैकरा , प्रदीप पटेल, छबीलाल पटेल ,नोहर चंद्रा ,उत्तम बघेल, मनभोती भोई ,शैलेश गुप्ता ,रविंद्र गिरी ,इंद्रजीत शर्मा, मंजू देवांगन ,संजय यादव ,विजेंद्र चौहान ,नीलम वर्मा ,दुर्गा वर्मा, बुधनी अजय,राजेंद्र नवरंग, मिलन साहू ,बीपी मेश्राम, एलन साहू ने सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति मोदी की गारंटी के तहत दूर करने की मांग की है।