CGपूज्य गुरुदेव राजेश्री महन्त वैष्णव दास महाराज को इस गांव से बहुत लगाव था इसलिए उन्होंने शिक्षा के विकास का कार्य यहीं से प्रारंभ किया, इसके बाद उन्होंने रायपुर में संस्कृत महाविद्यालय तथा महिला महाविद्यालय, अभनपुर में हाई स्कूल जैसे अनेक शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना की। यह बातें महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने दूधाधारी मठ के गांव पिपरौद में स्वामी बालाजी भगवान के बाड़ा के जीर्णोद्धार के लिए भूमि पूजन के अवसर पर अभिव्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं यहां बाड़ा निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन में साक्षी बनने का सौभाग्य हमें मिला है। पता नहीं किस पुण्यात्मा ने यहां पर बाड़ा का निर्माण किया था जो अब प्राचीन हो जाने के कारण जीर्ण-शीर्ण हो चुका है। इसके निर्माण कार्य पूरा हो जाने के पश्चात यह ग्राम वासियों के सुख-दुख के काम में उपयोग में आएगा।
राजेश्री महन्त लक्ष्मण दास जी महाराज आज पितर आए हैं उनकी स्मृति में भूमि पूजन का कार्यक्रम संपन्न हो रहा है हमें आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है की उनके आशीर्वाद से यह निर्माण कार्य शीघ्र ही पूर्ण होगा। इस अवसर पर ट्रस्ट कमेटी के सदस्य विजय पाली ने कहा कि- दूधाधारी मठ हमेशा जन कल्याण एवं सामाजिक विकास के कार्यों को पूर्ण करता है। भूमि पूजन कार्यक्रम में विशेष रूप से मठ के मुख्तियार रामछबि दास जी, गोस्वामी महाराज, रतन साहू, रामप्रिय दास , प्रवेश नारायण शुक्ला, भीष्मा, ओम प्रकाश यादव, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव तथा गांव के अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।